नई दिल्ली: पानी रे पानी तेरा रंग कैसा… जिसमें मिला दो उस जैसा…। पानी अनमोल है, इसका कोई मोल नहीं है, इस बात को हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर हर एक टेल तक पानी पहुंचाकर सिद्ध किया है… पानी चाहे वो नदी के सहारे हो या नहर के सहारे या नलकूप के सहारे।
पानी बचाने को लेकर हरियाणा में काफी योजनाएं चल रही है जो काफी अच्छे से क्रियाशील है। जैसे मेरा पानी मेरी विरासत, जल जीवन मिशन या अटल भूजल योजना इन योजनाओं से न केवल पानी अभी के लिए पानी बचेगा बल्कि आगे आने वाली पीढ़ियों के लिए भी बचेगा। पानी बचाओ कल बचाओ मुहीम पर राज्य सरकारों के साथ साथ केंद्र सरकार भी काफी जोर दे रही है। जिससे आने वाली पीढ़ियों के लिए पानी बचाया जा सके।
पानी बचाने के प्रयास
पानी बचाने की मुहिम पर सरकार के साथ-साथ राज्य में अनेक छोटी-छोटी इकाइयां बनी हुई है, जो आए दिन किसी गांव में, किसी शहर में कोई न कोई कार्यक्रम रखते हैं। जैसे रंगोली, नुक्कड़ नाटक या जनसभा, साथ में पानी बचाने की मुहिम पर जोर देते हुए टेलीविजन पर भी विस्तार से विज्ञापन दिए जाते हैं। सोशल मीडिया के माध्यम से काफी प्रकार के बैनर पोस्टर प्रयोग किया जाते है ताकि लोग जागरूक हो सके और इस पानी बचाओ की मुहिम में अपना योगदान दे सके। अगर आज पानी नहीं बचाया तो कल कहां से लाएंगे इस चीज को ध्यान में देते हुए हर एक नागरिक को जागरूक होना अत्यंत आवश्यक है।
इन योजनाओं से जनता को क्या है फायदा
जल जीवन मिशन अगस्त 2019 में शुरू हुई थी। इस योजना का मुख्य उद्देश्य हर एक गांव, हर एक कस्बे, हर एक घर तक पानी पहुंचाना है चाहे वह गरीब हो या अमीर पानी पर सबका हक है।
अटल भूजल योजना जोकि 25 दिसंबर 2019 को अटल बिहारी वाजपेई के 75वें जन्मदिन पर शुरू की गई थी। इस योजना का मुख्य उद्देश्य है पानी बचाना हैं चाहे वह बारिश का हो या धरती का। यह योजना देश के 7 राज्यों के 78 जिलों के 193 ब्लॉकों के 8353 पंचयतों में चली हुई है इसमें हरियाणा में 14 जिलों के 36 ब्लॉकों के 1669 पंचायते शामिल है। सरकार ने हर व्यक्ति को ध्यान में रखते हुए इस योजना में हर एक चीज पर काफी छूट भी दी गई है और अगर कोई वर्षा के जल को संरक्षण करता है तो उसका पूरा खर्चा सरकार उठाती है।
मेरा पानी मेरी विरासत, मई 2020 में इस योजना की शुरुआत हुई थी। इस योजना में सरकार ने ज्यादा पानी से उत्पन्न करने वाली फसलों को बदलकर कम पानी में उत्पन्न होने वाली फसलों में बदलने का लोगों से निवेदन किया है जिसका लोगों को 7000 प्रति एकड़ पुरस्कार राशि के रूप में दिया जाएगा।
सरकार की जल संबंधी इन योजनाओं से पूरे हरियाणा में जल संचय को भी बढ़ावा मिला है और जल की उपलब्धता भी सुनिश्चित हुई है।